क्षेत्र में नकली खाद बीज की सरेआम बिक्री, शासन प्रशासन की चुप्पी, किसानों में आक्रोश
सूरजपुर/प्रतापपुर । बरसात प्रारंभ होने के साथ ही सभी किसान इन दोनों खेती-बाड़ी में जहां व्यस्त हैं। तथा नागर जुताई का कार्य प्रारंभ है। वही अच्छा पैदावार के लिए विभिन्न प्रकार के खाद एवं बीज की बिक्री जहां पर तेज हो गई है वहीं प्रतापपुर विकासखंड में इन दिनों नकली खाद बीज आने की खबर मिल रही है।
ज्ञात हो कि नकली खाद बीज की बिक्री इन दिनों क्षेत्रों में धड़ल्ले से चल रहा है वही हाइब्रिड धान, खाद सहित कई अन्य प्रकार के बीज की कालाबाजारी हो रही है तथा अनाप-शनाप रेट में किसान लेने को मजबूर
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि नकली खाद बिहार एवं उत्तर प्रदेश से 300 से 400 बोरी में आते हैं जिनको इफको यूरिया सहित कई प्रकार के अन्य खाद ओरिजिनल बोरी की मार्किंग कर नकली खाद को डालकर धड़ल्ले से क्षेत्र में खपाया जा रहा है। जिसका कई बार सूचना मिलने के बाद भी अधिकारी एवं खाद विक्रेता दुकानदारों की मिली भगत से मोटी रकम लेनदेन कर मामला को निपटा दिया जाता है।
क्षेत्र के गरीब ग्रामीण किसान नकली खाद एवं बीज के समस्या से परेशान अपनी गाढ़ी कमाई के हिस्सा से खाद्य सामग्री खरीदने को मार्केट में मिलने वाले खाद नकली एवं उर्वरक कम होते है जिसे काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है।
कई किसानों ने तो यह तक बताया कि नकली खाद और बीज के वजह से उनके जमीन बंजर होते जा रहे है तथा जमीनों का उर्वरक क्षमता कम हो जा रहा है जिस जमीन पर वह एकड़ में 20 कुंटल धान कमाते थे अब इसका रकबा घट गया है और नकली खाद के वजह से खेती किसानी में गरीब किसानों के मुंह से निवाला छीनने का काम कर रहे है।
गोदाम का निरीक्षण खाद विक्रेताओं को रखने वाले खाद के जगह का संपूर्ण दस्तावेज सहित कागजी कार्यवाही करनी होती है जिससे कृषि विभाग के अधिकारियों को यह जानकारी हो कि कहां पर खाद रखा गया है इसके बावजूद भी ओरिजिनल खाद का गोदाम को दिखाते हुए नकली गोदाम कई जगह होते हैं जहां जानकारी के बाद भी विभागीय अधिकारियों के संरक्षण में फल फूल रहा है। जहां किसानों के साथ नकली खाद के वजह से उनकी गाड़ी कमाई कम पैदावार में परिवर्तित हो जाती है। किसानों ने मांग किया कि शासन प्रशासन इस ओर ध्यान देते हुए खाद के पारदर्शिता गुणवत्ता को चैक करे ताकि अवैध कारोबारीयो पर अंकुश लगाया जाए।
खाद की कालाबाजारी को रोक पाने में शासन प्रशासन नाकाम हो रही वही नकली खाद विक्रेताओं के हौसले बुलंद गरीबों को चूना लगाकर करोड़ों रुपए कमाने वाले एवं गरीबों के हक को मारने वाले लोगों के ऊपर कड़ी कार्रवाई करने की मांग हो रही है। क्योंकि इतना बड़ा मामला अधिकारियों के संरक्षण के बिना कैसे हो सकती है।
इस विषय में कृषि विस्तार अधिकारी शिव शंकर यादव ने कहा कि सैंपलिंग सहित छापामार कार्यवाही की जाएगी नकली खाद बीज बेचने वालों को बक्सा नहीं जाएगा, जिले से टीम गठित कर कार्यवाही करने की अनुशंसा की जाएगी।