सूरजपुर/भटगांव। भाजपा युवा मोर्चा के भटगांव महामंत्री अभिषेक मंडल उर्फ गोल्डी मंडल की सोशल मीडिया पर की गई अश्लील, अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी ने जिले के सामाजिक और राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। अभिषेक मंडल द्वारा एक स्वतंत्र पत्रकार के खिलाफ की गई यह गालीबाज पोस्ट अब बड़ा विवाद बन चुकी है।
पत्रकार मोहन प्रताप सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए भटगांव थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि यह न केवल उनकी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा पर हमला है, बल्कि पूरी पत्रकारिता बिरादरी की गरिमा को कुचलने की साजिश है।
क्या है मामला?
दिनांक 3 जुलाई को Abhishek Abhi नामक फेसबुक प्रोफाइल से एक सार्वजनिक पोस्ट में पत्रकार मोहन प्रताप सिंह के खिलाफ आपत्तिजनक, गाली-गलौच भरे और धमकीभरे शब्दों का प्रयोग किया गया। पोस्ट में न सिर्फ पत्रकार की छवि खराब करने की कोशिश की गई, बल्कि उनके दिवंगत पिता को भी अशोभनीय भाषा में घसीटा गया जो किसी भी सभ्य समाज के लिए अस्वीकार्य है।
पुरानी करतूतें, नया दुस्साहस
पत्रकार ने शिकायत में बताया कि यह पहली बार नहीं है जब अभिषेक मंडल ने मर्यादा की सारी सीमाएं लांघी हों। पूर्व में भी उन्होंने सोशल मीडिया का दुरुपयोग करते हुए इसी तरह के अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था, जिसकी शिकायत थाने में की गई थी। लेकिन पुलिस की निष्क्रियता और प्रशासनिक ढिलाई के चलते वह बार-बार बच निकलता रहा और अब उसका दुस्साहस इस हद तक बढ़ गया है कि वह खुलकर पत्रकारों को गाली दे रहा है, धमका रहा है, और सामाजिक विद्वेष फैला रहा है।
पत्रकार बोले, यह लोकतंत्र पर हमला है
शिकायतकर्ता मोहन प्रताप सिंह ने कहा, यह सिर्फ मेरे खिलाफ एक अपशब्द नहीं है, बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को खामोश करने की सोची-समझी चाल है। आज अगर एक पत्रकार को खुलेआम अपमानित किया जा सकता है, तो कल सच्चाई बोलने वाला हर व्यक्ति निशाने पर होगा। अगर अब भी दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो यह चुप्पी अपराधियों के हौसले और बुलंद कर देगी।
पत्रकार संगठनों ने जताया रोष, उठाई कार्रवाई की मांग
जिले के पत्रकार संगठनों ने भी इस मामले को लेकर आक्रोश जताया है। संगठनों ने कहा कि राजनीतिक दलों के पदों पर बैठे लोग अगर खुलेआम सोशल मीडिया पर गालियां देंगे और पत्रकारों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करेंगे, तो यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है। उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि यदि प्रशासन निष्पक्षता से कार्रवाई नहीं करता, तो पत्रकार संगठनों को सड़कों पर उतरने से परहेज़ नहीं होगा।
प्रशासन की परीक्षा, न्याय की मांग
अब पूरे मामले पर निगाहें पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन पर टिक गई हैं। क्या कानून अपना काम करेगा, या फिर एक बार फिर राजनीतिक रसूख के आगे पुलिस की कलम झुक जाएगी?
क्या कहते है मंडल अध्यक्ष भाजपा भटगांव – रमेश गुप्ता
इस विषय को संज्ञान में लेकर मै अपने जिला नेतृत्व को शीघ्र अपने लेटर पैड में लिखित रूप से अवगत कराते हुए कार्यवाही के लिए अपना पक्ष रखूंगा।
छत्तीसगढ़ प्रदेश महासचिव, भारतीय पत्रकार समिति अखिलेश जायसवाल की जुबानी
भारतीय पत्रकार समिति इस तरह के अभद्र टिप्पणी का कड़ी निंदा करता है। एक सम्मानित पत्रकार व भारतीय पत्रकार समिति के सूरजपुर जिला महासचिव के ऊपर सोशल मीडिया में इस तरह का अभद्र टिप्पणी किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा संबंधित टिप्पणी करने वाले के ऊपर तत्काल मामला दर्ज हो और नियमा नुसार कार्यवाही हो। कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में समस्त पत्रकार गण आंदोलन हेतु बाध्य होंगे।