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आईटीआई के विद्यार्थियों ने प्रिंसिपल पर लगाया अभद्रता व धक्का मारकर बाहर निकालने आरोप।

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आईटीआई के विद्यार्थियों ने प्रिंसिपल पर लगाया अभद्रता व धक्का मारकर बाहर निकालने आरोप।

विद्यार्थियों की उपस्थिती प्रतिशत कम का हवाला देकर, आईटीआई के प्रिंसिपल ने विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठाने से किया इनकार ,

सूरजपुर /प्रतापपुर। जिले के विकासखंड प्रतापपुर अंतर्गत अमनदोन में स्थित शासकीय आईटीआई कैंपस जहां विद्यार्थियों, को कोपा ,इलेक्ट्रीशियन, वेल्डर, का प्रशिक्षण दिया जाता है ज्ञात हो कि साल भर विद्यार्थी आईटीआई में खूब मेहनत की और सोचा कि भविष्य को एक नया आयाम देंगे लेकिन विवाद तब खड़ा हुआ जब प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों परीक्षा फॉर्म भरने से मना कर दिया गया,वजह उनको यह कहा की आप रेगुलर प्रशिक्षण लेने क्लास में नहीं आए हो उपस्थिति भी 80% से कम है जो परीक्षा में बैठने के लिए पर्याप्त नहीं है नहीं जिसको सुन छात्र-छात्राओं ने आईटीआई परिसर में प्रिंसिपल के सामने घंटों निवेदन किया लेकिन प्रिंसिपल ने नियमों का हवाला देकर परीक्षा विद्यार्थियों की फॉर्म भरने से साफ इनकार कर दिया जिसको देख मायूस होकर एक छात्र प्रिंसिपल से कहा हमारी साल भर की मेहनत है जो आप चंद मिनटो में खतम कर रहे लेकिन आईटीआई के प्रिंसिपल आक्रोशित होकर छात्र को धक्के मार कर आईटीआई परिसर से बाहर निकाल दिया और कहां जाओ जहां जाना है चले जाओ जिसको बताना है बता दो मैं तुम लोगों को परीक्षा में नहीं बैठाऊंगा मौजूद छात्राओं ने चुपके से वीडियो बना ली और फेसबुक सोशल मीडिया में वायरल कर दिए और वीडियो तेजी से आग की तरह फैल गया जिस पर साफ़ देखा जा रहा है कि एक जिम्मेदार प्रिंसिपल अपने विद्यार्थी को किस तरह धक्के देकर आईटीआई प्रशिक्षण केन्द्र निकाल रहा जो चर्चा का विषय बन रहा है वीडियो देख लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दे रहे और कह इस तरह से व्यवहार विद्यार्थियों केे साथ  अनुचित है ऐसे में उच्च अधिकारियों की मॉनिटरिंग पर सवाल खड़े हो रहे।।
आईटीआई के छात्र एवं छात्राओं ने शासन प्रशासन से की मांग।
विद्यार्थियों ने कहा कुछ घरेलू परेशानी व स्वास्थ्य समस्या के कारण नियमित प्रशिक्षण केंद्र में नहीं पहुंच सके लेकिन हम लोगों को उपस्थिती इतनी थी कि परीक्षा सेंटर में बैठ सकते थे लेकिन प्रिंसिपल ने बदले की द्वेष हम लोगों कि भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं अगर हम लोगों को परीक्षा देने से वंचित करेंगे तो हम लोगों का जीवन अंधकारमय हो जाएगा जिससे हमारा पूरे साल का मेहनत और समय व्यर्थ चला जाएगा हम लोग शासन प्रशासन से मांग करते हैं कि हमारी बातों को गंभीरता से लेते हुए परीक्षा में बैठने के इजाजत दी जाए क्योंकि अब परीक्षा फॉर्म भरने की समय 11 तारीख तक सीमित और आख़िरी है परीक्षा से वंचित करने वाले विद्यार्थियों के नाम देवेंद्र कुमार,आदित्य कुमार, हरकेश सेलेंद्र, सिंह,राजीव,सुरेश,राजू सिंह, मनीषा धुर्वे,साक्षी, दिव्या यादव, रितु नायक,अंजलि सिंह,सुषमा,सुरेखा, सरस्वती,नीलम, आशी यादव,मनीषा चौहान, है  और कहे अगर हम लोगों को एग्जाम देने से वंचित किया जाता है तो बाध्य होकर हम आंदोलन एवं चक्का जाम करेंगे जिसके जिम्मेदार आईटीआई अमनदोन के प्रिंसिपल होंगे जिनको परीक्षा देने से वंचित किया जा रहा है उनके नाम
इस विषय में आईटीआई के प्रिंसिपल का पक्ष जानने पर पता चला।
उन्होंने बताया की छात्र छात्राओं के साथ मैने कोई अभद्र व्यवहार नहीं किया और कहा की जिनकी उपस्थिती 80% से कम के उनको परीक्षा में नहीं बैठा सकते क्योंकि यह नियम विरूद्ध हो जाएगा और ऊपर से सख्त निर्देश है कि जिन विद्यार्थियों की उपस्थिती 80% से कम है उनको परीक्षा में किसी भी हाल में नहीं बैठाना और कहा कि मैं एक शासकीय कर्मचारी हूं और नियम से बंधा हूं।

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