घटिया कार्यों पर भड़के जनप्रतिनिधि, 10 दिन में सुधार नहीं तो होगा धरना प्रदर्शन
सूरजपुर/भटगांव। नगर पंचायत भटगांव में अमृत मिशन 2.0 के नाम पर चल रहे जल प्रदाय योजना के कार्य भ्रष्टाचार और लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण बन चुके हैं। घर-घर शुद्ध पेयजल पहुंचाने की इस महत्वाकांक्षी योजना को जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों ने मज़ाक बनाकर रख दिया है। गली-गली में खुदे अधूरे गड्ढे, टूटी सड़कें और खुले पाइप यही बन गई है अमृत मिशन की पहचान।
पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सूरज कुमार गुप्ता ने इस अव्यवस्था के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए मुख्य नगरपालिका अधिकारी को तीखा ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि 10 दिनों के भीतर यदि समस्त वार्डों में गुणवत्तापूर्ण कार्य पूर्ण नहीं किया गया, तो नगर पंचायत कार्यालय के सामने जोरदार धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
ज्ञापन में साफ तौर पर बताया गया है कि ठेकेदार द्वारा पाइपलाइन बिछाने के नाम पर सड़कों को खोदकर छोड़ दिया गया है। बारिश के कारण गड्ढों में पानी भरने से नगरवासी दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि बहती नालियों के गंदे पानी में मेंन सप्लाई पाइप की जाँच की जा रही है, जिससे साफ पानी की उम्मीद करना खुद को धोखा देना है।
सूरज गुप्ता ने आरोप लगाया कि अधिकारियों को पहले ही मौखिक रूप से सूचना दी गई थी, लेकिन उन्होंने आंखें मूंद रखी हैं। अब जनता की आवाज़ को नजरअंदाज़ करना भारी पड़ेगा।
इस विरोध में पूर्व एल्डरमैन अफरोज़ खान, पार्षद अभिषेक श्रीवास्तव, पूर्व पार्षद ओम प्रकाश गुप्ता, ताहिर रज़ा, कमलेश दुबे, बजरंगी सिंह, मनोज साहू, मुन्ना रंगरेज, सरवन जयसवाल, धर्मेंद्र ठाकुर, असलम व राहुल सोनी सहित कांग्रेस के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए ज्ञापन की प्रतिलिपि कलेक्टर सूरजपुर, नगरीय प्रशासन संचालनालय रायपुर, SUDA और भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को भी भेजी गई है।
अब देखना यह है कि भ्रष्टाचार और लापरवाही के इस दलदल से अमृत मिशन को बाहर निकालने के लिए जिम्मेदार तंत्र जागता है या जनता के सब्र का बांध टूटेगा।