जनजातीय सशक्तिकरण के लिए ग्राम स्तर पर सुविधाएं पहुंचाने का प्रयास
सूरजपुर। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत सूरजपुर जिले के चिन्हित जनजातीय गांवों में व्यापक स्तर पर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों का उद्देश्य आदिवासी अंचलों में बुनियादी सुविधाएं, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा आजीविका जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आदिवासी समुदायों को लाभान्वित कर आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाना है।
कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन के निर्देशन में जिले के विभिन्न विकास खण्डों में अभियान अंतर्गत शिविरों का आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है। आज विकासखंड भैयाथान के ग्राम गंगोटी, कुर्रीडीह, कुसमुसी एवं सुन्दरपुर में शिविर लगाए गए। वहीं विकासखण्ड ओड़गी के ग्राम माड़र, भकुरा, भांडी, दवनसरा, दवना एवं टोमो में भी ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी दी गई तथा लाभ प्रदान किए गए।
विकासखण्ड प्रतापपुर के ग्राम गणेशपुर, मदननगर, धरमपुर, बगड़ा, पलढा, माडीडांड, कोटेया, गौरा, सिंघरा, मानपुर, गोटगावा में भी धरती आबा अभियान के तहत शिविर आयोजित कर जनजातीय समुदायों को लाभ पहुंचाया गया।
विकासखण्ड रामानुनगर के ग्राम धनेशपुर, कललपुर एवं गोविन्दपुर में भी ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी दी गई तथा लाभ प्रदान किए गए।
विकासखण्ड सूरजपुर के ग्राम भरतपुर, मानी, पोड़ी, जोबगा, लाछा, केतका, बेलटिकरी, लांची एवं गेतरा में भी शिविरों के माध्यम से योजनाओं की जानकारी और लाभार्थियों को सेवाएं प्रदान की गईं। धरती आबा अभियान के इन शिविरों में संबंधित विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी रही।