सूरजपुर। कलेक्टर श्री एस जयवर्धन के आदेशानुसार एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सूरजपुर के मार्गदर्शन में जिले के ब्लॉक प्रतापपुर के समस्त सरपंच- सचिवों का समीक्षा बैठक सह कार्यशाला का आयोजन जिला पंचायत के सभा कक्ष में किया गया। उक्त बैठक सह कार्यशाला में 15वें वित्त योजना एवं अन्य योजनाओं के द्वारा स्वीकृत कार्यों का विस्तृत समीक्षा किया गया एवम जल्द से जल्द कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए।
नव पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विजेंद्र पाटले के द्वारा बताया गया कि प्रशिक्षण बहुत ही महत्वपूर्ण होती है समस्त बातों को गंभीरता से ध्यान से सुनना चाहिए। श्री पाटले ने यह भी बताया कि पंचायत विकास सूचकांक के तहत जो भी डेटा भरा जा रहा है उसको गंभीरता पूर्वक भरे इसे पंचायत अवार्ड के रूप में रैंकिंग के आधार पर लिया जा रहा है इसमें प्रथम स्थान आने पर पंचायत को 50 लाख रुपये तक पुरुस्कार स्वरूप मिल सकता है ,द्वितीय एवम तृतीय पुरुस्कार प्राप्त होने पर क्रमशः 40 एवम 30 लाख रुपये प्राप्त हो सकता है जिससे कि पंचायत के लगभग सभी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। इसलिए सभी जानकारी गंभीरता पूर्वक भरे।
इसी प्रकार जिले से जिला पंचायत लेखाधिकारी श्री भरथरी प्रसाद नागेश के द्वारा समस्त सचिव सरपंचों को भंडार क्रय नियम की विस्तृत जानकारी दिया गया। जिला समन्वयक श्री शशि सिन्हा के द्वारा 9 थीम पर आधारित कार्य योजना बनाना एवम पंचायत विकास सूचकांक के विभिन्न विभाग की डीसीएफ के बारे में बताया गया साथ ही यह भी बताया गया कि अगर सभी सचिव सरपंच सभी डीसीएफ की जानकारी सही सही अच्छे से भरकर ऑनलाइन अपडेट करेंगे तो इस वर्ष पंचायत अवार्ड में भी अच्छे रैंकिंग वाले पंचायतों को अवार्ड मिलने की संभावना बन सकती है। उक्त डेटा का वेरिफिकेशन भी जनपद स्तरीय सत्यापन दल के द्वारा किया जाकर जिले में प्रेषित किया जाएगा तत्पश्चात जिला स्तरीय सत्यापन दल के द्वारा उक्त डेटा का सत्यापन कर राज्य स्तर पर प्रेषित किया जाएगा।
इसी प्रकार सूचना का अधिकार के नियमों के बारे में विस्तृत प्रशिक्षण समस्त सरपंच सचिवों को श्री अमित सिंह के द्वारा प्रदाय किया गया। प्रशिक्षण में सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त समस्त आवेदनों को त्वरित निरकरण करने हेतु अवगत कराया गया।
मुख्य कार्य पालन अधिकारी जिला पंचायत सूरजपुर ने छत्तीसगढ़ रजत जयंती वर्ष 2025 के तहत समस्त योजनाओं का समीक्षा किया गया साथ ही दिए गए प्रशिक्षण के बारे में समस्त सरपंच सचिवों से जानकारी लिया गया कि उनको इस प्रशिक्षण से कितना लाभ हुआ।
उन्होंने यह भी बताया कि पंचायत की महत्वपूर्ण कड़ी सचिव सरपंच होते हैं अगर ये दोनों अच्छे से कार्य करे तो पंचायत को बहुत आगे तक बढ़ाया जा सकता है। इसलिए सभी ग्राम पंचायत स्तर से अगर कार्य समय पर और गुणवत्ता पूर्ण होगी तो ऊंचे मुकाम तक आसानी से पहुच सकते हैं। इसी के साथ जिले में आज अंतिम प्रशिक्षण पूर्ण किया गया।