मीना बाजार आयोजन की अनुमति पर खींचतान, प्रशासन के फैसले पर टिकी निगाहें
हमराज संस्था पर अव्यवस्था और पारदर्शिता की कमी के आरोप, नागरिकों ने अन्य योग्य संस्थाओं को आयोजन का जिम्मा देने की मांग उठाई
सूरजपुर/भैयाथान। दुर्गा पूजा के अवसर पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मीना बाजार लगाने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है, लेकिन आयोजन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। स्थानीय नागरिकों ने अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) भैयाथान को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि हमराज नामक संस्था को इस वर्ष मीना बाजार आयोजित करने की अनुमति न दी जाए।
ज्ञापन में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि उक्त संस्था के पिछले आयोजनों में अव्यवस्था, पारदर्शिता की कमी और विवादास्पद गतिविधियों के आरोप लगते रहे हैं। नागरिकों का कहना है कि इससे न केवल स्थानीय परंपरा की गरिमा पर आंच आई, बल्कि कई बार कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठे।
विवादित संस्था पर क्यों उठे सवाल?
स्थानीय लोगों ने बताया कि हमराज संस्था के पिछले आयोजनों में मनमानी, पारदर्शिता की कमी और लाभ के बंटवारे में गड़बड़ी जैसी शिकायतें बार-बार सामने आईं। इतना ही नहीं, कई बार आयोजन स्थल पर भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा इंतजाम नाकाफी रहे, जिससे विवाद गहराया।
क्या है नागरिकों की मांग?
लोगों ने एसडीएम को दिए आवेदन में कहा है कि इस वर्ष हमराज संस्था को अनुमति न देकर शेष दो योग्य और विश्वसनीय संस्थाओं में से किसी एक को मीना बाजार का आयोजन सौंपा जाए। उनका कहना है कि प्रशासन को चाहिए कि आयोजन की जिम्मेदारी ऐसे संगठन को दी जाए जो पारदर्शिता, सुरक्षा और परंपरा का पालन सुनिश्चित कर सके।
क्या प्रशासन करेगा सख्त फैसला?
अब सबकी नजर एसडीएम भैयाथान के निर्णय पर है। प्रशासन के सामने चुनौती यह है कि विवादित संस्था को फिर से मौका दिया जाए या परंपरा को बचाते हुए जनता की आवाज सुनी जाए।
स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को अनसुना किया गया, तो वे कड़े विरोध और आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।