सूरजपुर। साइबर अपराधी अपराध करने के हर दिन नए नए तरीके अपना रहे हैं। आमजन के जागरूक होने से ही साइबर अपराधियों के चंगुल में आने से बचा जा सकता है। जिलेवासी साइबर अपराध से खुद को सुरक्षित रख सके, साइबर फ्राड की घटनाओं से भली भाती वाकिफ हो और साइबर ठग के झांसे में न आए इसके लिए सूरजपुर पुलिस के द्वारा लगातार साइबर कॉप अभियान के तहत आमजनों एवं स्कूल-कालेजों में जागरूकता के आयोजन किए जा रहे है। इसी क्रम में सोमवार, 02 सितम्बर 2025 को थाना सूरजपुर पुलिस के द्वारा रेवती रमण मिश्र महाविद्यालय में साइबर जागरूकता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने छात्र-छात्राओं से साइबर सुरक्षा की जानकारी देते हुए साइबर सुरक्षा से जुड़े विषयों पर प्रश्न पूछे जिनका छात्रों ने कम शब्दों में जवाब देकर साइबर सुरक्षा के प्रति मौजूद छात्रों को प्रेरित किया।
इस अवसर पर डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को साइबर फ्राड से कैसे सुरक्षित रहा जाए इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की दुनिया वास्तविकता से एकदम अलग है, सोशल मीडिया के माध्यम से फ्राड करने वाले आसान शिकार की तलाश में रहते है और हमारी जरा सी चूक पर फ्राड को अंजाम दे देते है। इंटरनेट का उपयोग सावधानी से अपने पढ़ाई व कुछ अच्छा सीखने के लिए करें। सोशल मीडिया पर अपनी प्रत्येक एक्टिविटी को शेयर न करें, सोशल मीडिया पर किसी से दोस्ती करने से पहले सोचे, समझे और पुष्टि के उपरान्त ही फ्रेन्ड बनाए। अनजान कॉलर से ओटीपी शेयर न करने, वाटसएप कॉलिंग, डिजिटल अरेस्ट, फ्री गिफ्ट, लॉटरी लगने के नाम पर किए जा रहे फ्राड के बारे में सविस्तार बताया। उन्होंने बताया कि आपकी सहायता करने के लिए आपको यदि कोई बैंक, बिजली, टेलीफोन एक्सचेंज, आयकर या किसी भी विभाग का कर्मचारी बताकर आपसे कोई जानकारी मांगता है तो आप उसे अपनी कोई भी जानकारी ना दें। साइबर सुरक्षा के उपाए को अपनाए और सुरक्षित रहे, साइबर फ्रॉड होने पर फौरन 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराए। कार्यक्रम में डीएसपी मुख्यालय महालक्ष्मी कुलदीप, थाना प्रभारी सूरजपुर विमलेश दुबे, यातायात प्रभारी बृजकिशोर पाण्डेय, महाविद्यालय के प्राचार्य एच.एन.दुबे, शिक्षकगण, छात्रा-छात्राएं मौजूद रहे।
डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने छात्र-छात्राओं को साइबर फ्राड से बचने इन बातों का ध्यान रखने की अपील की है
जिसमें फ़ोन पर पहचान वाले या अनजान व्यक्ति के द्वारा भेजे गये पैसे भेजने के मैसेज के बारे में पूरी जांच पड़ताल करें। अगर कोई अपरिचित व्यक्ति किसी एप्लीकेशन को डाउनलोड करने के लिए कहता है तो एप्लीकेशन डाउनलोड न करें। किसी भी व्यक्ति के साथ अपने बैंक डिटेल, एटीएम कार्ड नंबर, कार्ड की एक्सपायरी एवं कार्ड पर पीछे लिखे तीन डिजिट के सीवीवी नंबर को किसी के साथ शेयर न करें। किसी अपरिचित नंबर से आए किसी भी मैसेज, व्हाट्सएप मैसेज, लिंक या फोटो पर क्लिक न करें। नेटवर्क को 5-जी नेटवर्क में शिफ्ट करवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले से सुरक्षित रहें। साइबर ठग अधिकारियों और प्रभावशाली लोगों की फोटो को सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम पर डीपी के रूप में प्रयोग कर धोखाधड़ी कर रहे हैं, सावधान रहें। व्हाट्सएप पर किसी भी अज्ञात नंबर से आई किसी भी प्रकार की विडियो या ऑडियो कॉल को रिसीव ना करें। टेलीग्राम ऐप के माध्यम से घर बैठे पैसे कमाने के लुभाहने ऑफर के लालच में ना आएं। ई-चालान का मैसेज आए तो हो जाएं सावधान रहे, दिए गये लिंक को ना खोलें। इनकम टैक्स रिफंड के लिए बैंक खाता वेरीफाई करने का मैसेज आए तो दिए गये लिंक को ना खोलें। व्हाट्सएप पर अज्ञात नंबर से आई किसी भी ऑडियो /विडियो कॉल को रिसीव ना करे। ऑनलाइन खरीदारी करते समय चेक करें वेबसाइट के यूआरएल में एचटीटीपीएस हो न की खाली एचटीटीपी। फ़ोन में ऑटो डाउनलोड परमिशन ऑन ना रखें। ऑनलाइन कस्टमर केयर नंबर गुगल पर सर्च करने की बजाए कंपनी या संस्था की वेबसाइट पर सर्च करें। अनजान व्यक्ति द्वारा व्हाट्सएप पर भेजी गई किसी भी फोटो पर क्लिक ना करें। अनजान नंबर से खाते में पैसे आएं तो अपना बैलेंस चेक करने के लिए तुरंत अपना यूपीआई अकाउंट ना खोलें।