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सूरजपुर: प्रसव उपरांत महिला को झलगी से ले जाया गया महतारी एक्सप्रेस तक, विकास के दावे फेल

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सूरजपुर/भैयाथान। विकासखंड भैयाथान के ग्राम पंचायत बड़सरा से एक शर्मनाक और विचलित करने वाली तस्वीर सामने आई है। यहां प्रसव उपरांत महिला को खराब सड़क के कारण महतारी एक्सप्रेस वाहन तक पहुँचाने के लिए झलगी का सहारा लेना पड़ा। यह घटना न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्दशा को उजागर करती है बल्कि नेताओं के विकास संबंधी दावों की भी पोल खोलती है।

मामला क्या है?

ग्राम पंचायत बड़सरा के आमाखोखा निवासी इंद्र देव सिंह की पत्नी मानकुंवर (25 वर्ष) दूसरी बार गर्भवती थीं। सोमवार की सुबह करीब 7 बजे घर पर ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया। परिजन महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने के लिए महतारी एक्सप्रेस बुलाए, लेकिन बदहाल और जर्जर सड़क के कारण एंबुलेंस गाँव तक नहीं पहुँच सकी।

करीब एक किलोमीटर दूर खड़ी महतारी एक्सप्रेस तक महिला को झलगी पर बैठाकर पति और पड़ोसियों ने पहुँचाया। इस दृश्य को देखकर हर कोई स्तब्ध रह गया और सवाल खड़े होने लगे कि आखिर विकास के नाम पर गाँवों में हालात इतने दयनीय क्यों हैं।

विकास के दावों की पोल

गाँव की स्थिति यह है कि बारिश के मौसम में सड़कें दलदल में तब्दील हो जाती हैं। चार पहिया वाहन तो दूर, दोपहिया वाहन से भी पहुँचना मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शासन-प्रशासन से सड़क बनाने की मांग की गई लेकिन आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

ग्रामीणों की नाराज़गी

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना बताती है कि नेताओं के “विकास के दावे” कागजों और भाषणों तक ही सीमित हैं। आज भी ग्रामीण इलाकों की महिलाएँ प्रसव जैसी गंभीर परिस्थितियों में मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हैं। यदि समय पर सही इलाज नहीं मिला तो महिला और बच्चे दोनों की जान पर खतरा मंडरा सकता है।

जिम्मेदार कौन?

ग्राम पंचायत बड़सरा के ग्रामीणों ने इस घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जल्द से जल्द सड़क निर्माण कार्य कराया जाए। अन्यथा वे मजबूर होकर आंदोलन करेंगे।

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