समितियों के क्रियाकलापों में पारदर्शिता व कृषक बंधुओं को वर्तमान वस्तुस्थिति से परिचित कराने के लिए शुरू किया गया कदम
सूरजपुर। जिले में सहकारी समितियों के माध्यम से वितरित किये जाने वाले लोन में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से जिले की सहकारी समितियां, जो अपने कृषक सदस्यों को
ऋण वितरण का कार्य करती हैं, उनके द्वारा खरीफ सीजन 2025-26 में वितरित किये गये नगद ऋण राशि तथा खाद की मात्रा का किसानवार, सूची का प्रकाशन, समिति के सूचना पटल पर किया जा रहा है। जिले के प्रभारी उप आयुक्त सहकारिता श्री बी आर पैकरा द्वारा जिले के समितियों को निर्देशित किया गया है कि खरीफ सीजन 2025-26 में वितरित किये गये नगद ऋण राशि तथा खाद की मात्रा की किसानवार सूची का प्रकाशन समिति के सूचना पटल अनिवार्य रूप से करें। जिसके परिपालन 37 सहकारी समितियों में इसका परिपालन किया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में जिले में 47 आदिम जाति सेवा सहकारी समितियां कार्यरत् हैं, जिनके द्वारा अपने कृषक सदस्यों को खरीफ तथा रबी सीजन में शून्य प्रतिशत् ब्याज दर पर अल्पकालीन कृषि ऋण (नगद एवं वस्तु के रूप में) उपलब्ध कराया जाता है। जिले में आदिम जाति सेवा सहकारी समितियों के द्वारा बड़े पैमाने पर अल्पकालीन कृषि ऋण वितरण का कार्य किया जाता है। गत वर्ष 2024-25 में खरीफ सीजन में कुल 121.11 करोड़ रूपये का कृषि ऋण (नगद एवं वस्तु के रूप में) का वितरण सहकारी समितियों के माध्यम से किया गया था वहीं इस वर्ष अब तक कुल 103.75 करोड़ रूपये के कृषि ऋण (नगद एवं वस्तु के रूप में) का वितरण सहकारी समितियों के माध्यम से किया गया है। इस प्रकार ये सहकारी समितियां कृषक एवं शासन के मध्य सेतु का कार्य करते हुए शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर अल्पकालीन कृषि ऋण अपने सदस्यों को उपलब्ध कराती हैं और शासन की महत्वपूर्ण योजना का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन करती हैं जिससे कृषि कार्य सुगम बनता है।
उक्त प्रयास से निश्चित रूप से समितियों के क्रियाकलापों में पारदर्शिता आयेगी, कृषक बंधु वर्तमान वस्तुस्थिति से परिचित होंगे व उनमें में विश्वास का भाव उत्पन्न होगा।