सरगुजा ।। भूमि स्वामी की मौत के बाद अगली पीढ़ी के सदस्यों के नाम राजस्व रिकार्ड में दर्ज करने के एवज में रिश्वत की मांग करने वाले अंबिकापुर तहसील क्षेत्र के ग्राम भिठ्ठीकला के पटवारी वीरेंद्र पांडेय को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। यह पटवारी इस परिवार को लंबे समय से परेशान कर रहा था और बगैर रिश्वत के काम न करने की बात कर रहा था। परेशान होने के बाद ग्रामीण कृषक परिवार ने इस पटवारी को एंटी करप्शन ब्यूरो से पकड़वाने का निर्णय लिया और पटवारी रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया।
एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारियों ने बताया कि ग्राम भिठ्ठीकला निवासी डोमन राम राजवाड़े ने एसीबी के अंबिकापुर कार्यालय में शिकायत की थी कि उसके पिता के नाम ग्राम भिट्टीकला में पैतृक भूमि है। पिता की मृत्यु हो जाने से उक्त भूमि उसकी माता एवं चार अन्य भाइयों के नाम राजस्व रिकार्ड में दर्ज होना था। उसने पटवारी वीरेंद्र पांडेय से संपर्क किया तो उसने उक्त कार्य को करने हेतु पांच हजार की रिश्वत मांगी। डोमन राजवाड़े रिश्वत नहीं देना चाहता था बल्कि पटवारी से परेशान होकर उसे रिश्वत लेते पकड़वाना चाहता था।
उसने इसकी शिकायत अंबिकापुर कार्यालय में की थी। शिकायत सत्यापन के पश्चात ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को पटवारी वीरेंद्र पांडेय को डोमन राजवाड़े से पांच हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। बता दें, ग्रामवासी इस घुसखोर पटवारी के भ्रष्टाचार से व्यथित थे। ग्रामीण एकजुट होकर एसीबी कार्यालय में शिकायत करने पहुंचे थे। पटवारी को एसीबी की टीम ने गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध धारा सात पीसी एक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की है।



















