क्षेत्रिय महाप्रबंधक ने किया रावण दहन
बिश्रामपुर मेला शुल्क को लेकर दुकानदारों में नाराजगी
सूरजपुर। शारदीय नवरात्र के अवसर पर कोयलांचल बिश्रामपुर में लोगों खासा उत्साह देखने को मिला। नवरात्रि के नौ दिनों तक शक्तिस्वरूपा मां दुर्गा के नौ रूपों की विधिवत पूजा अर्चना की गई। इस दौरान महाष्टमी और महानवमीं के श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना के पश्चात भंडारे का भोग ग्रहण किया।
शनिवार विजयदशमी के दिन क्षेत्रीय महाप्रबंधक अजय तिवारी ने रावण पुतला दहन कर नगरवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दिया। इस दौरान डॉ. बी. एन. सिंह, डॉ. निरंजन कुमार, कॉन्ग्रेस नेता सुभाष गोयल, रमेश दनौदिया, चंदन सिंह, दीपेन्द्र सिंह चौहान, परमजीत सिंह ( पम्मे) , सहित समिति के सदस्य एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

दशहरा पर्व के अवसर पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मेले का अयोजन किया गया
गौरतलब है कि कोयलांचल विश्रामपुर क्षेत्र में जीएम ऑफिस के सामने, बंगाली क्लब एवं गौरीशंकर मन्दिर में दुर्गा पूजा का अयोजन किया जाता है लेकिन केवल बिश्रामपुर मेले का अयोजन होता है। जहां एक ओर इस मेले में दूर दराज से आए व्यापारियों द्वारा खिलौने, गुब्बारे, झूला , कपड़े, जूता – चप्पल, सौंदर्य प्रसाधन, फल, मिठाई, घरेलू सामान, चाय, नाश्ते सहित अन्य चीजों की दुकानें लगाई जाती हैं जिससे की मेले की रौनक में चार चांद लग जाता है। वहीं इस मेले प्रतिवर्ष लगभग 20 से 50 हजार की भीड़ होती है। मेले में भीड़ को नियंत्रित करने और शांति व्यवस्था को बनाए रखने में स्थानीय पुलिस प्रशासन के सहयोग की प्रशंसा नगरवासियों द्वारा की जा रही है।

इधर मेले में दुर्गा पूजा समिति के द्वारा निर्धारित मेला शुल्क और दुकानों की जगह को लेकर दुकानदारों में नाराजगी देखने को मिली। दुकानदारों ने समिति के सदस्यों पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेला शुल्क मेले की सुविधा और साफ – सफाई की तुलना में अधिक लिया गया है। दुकानदारों का कहना है कि यदि आने वाले दशहरा पर्व पर समिति द्वारा मेला शुल्क ऐसा ही रहेगा या फिर बढ़ेगा तो वे विश्रामपुर छोड़ कहीं दूसरे मेले में जाने को मजबूर हो जाएंगे।
हालांकि एसईसीएल प्रबंधन और दुर्गा पूजा समिति आने वाले समय में मेले शुल्क को लेकर क्या उचित पहल करती है यह देखने वाली बात होगी।