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सूरजपुर : अपनी पुरी ताकत लगाकर बनाएंगे जिले को बाल विवाह मुक्त :‐ मनोज जायसवाल

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सूरजपुर 26 अक्टूबर 2024 महिला एवं बाल विकास विभाग, सूरजपुर एवं यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में शासकीय महाविद्यालय एवं शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, ओड़गी में बाल विवाह रोकथाम एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय जनभागीदारी अध्यक्ष, ओड़गी सरपंच श्रीमती गौरी सिंह, और महाविद्यालय के प्राचार्य रंजीत सातपुते की विशेष उपस्थिति रही। 

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्री मनोज जायसवाल ने बाल विवाह को अभिशाप और गंभीर अपराध बताते हुए छात्र-छात्राओं को इसे रोकने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि बाल विवाह के उन्मूलन के लिए जिले के हर व्यक्ति को जागरूक होना होगा, और सभी छात्र-छात्राओं को अपने पंचायत स्तर पर बाल संरक्षण समिति से जुड़ने तथा बाल विवाह रोकथाम के ब्रांड एंबेसडर बनने का आह्वान किया।

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बाल विवाह मुक्त

श्री जायसवाल ने विवाह पंजीकरण और बच्चों के संरक्षण के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने बच्चों को पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत लैंगिक अपराध से बचाव के प्रावधानों के बारे में समझाया और गुड टच-बैड टच की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में बच्चों को मानव तस्करी, घरेलू हिंसा अधिनियम 2005, तथा साइबर क्राइम से बचाव के उपायों पर भी जानकारी दी गई और चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098, 181, और 112 के उपयोग की जानकारी दी और बच्चों को साइबर क्राइम और नशे से बचाव के लिए चलाए जा रहे अभियानों के बारे में जागरूक किया।उन्होने बताया कि सूरजपुर जिले से ही श्रीमती लक्ष्मी राजवाडे आती हैं जो महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री हैं,बाल विवाह महिला एवं बाल विकास विभाग का की समस्या है,और यह क्षेत्र उनका विधान सभा होने से हम सभी की जिम्मेदारी बढ जाती है।हम आज सन्कल्प लें की इस जिले को बाल विवाह मुक्त जिला बनाने हेतु अपनी पुरी ताकत लगाएंगे। महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बाल विवाह मुक्त सूरजपुर जिला बनाने की शपथ ली।

यूनिसेफ़ के ज़िला समन्वयक श्री प्रथमेश मानेकर ने बाल विवाह पर विस्तार से चर्चा करते हुए छात्रों को बाल विवाह मुक्त सूरजपुर बनाने के लिए प्रेरित किया। बालविवाह के कारण और रोकथाम हेतु वैधानिक प्रावधान सजा और जुर्माना से अवगत कराया साथ ही बाल विवाह की रोकथाम हेतु पुरे समाज कों जागरूक होना होगा और सामूहिक प्रयास करना होगा। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे अपने गाँव और पारा में जाकर लोगों को बाल विवाह के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करें। 

महाविद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना और महिला अनुशासन प्रकोष्ठ के तत्वाधान में आयोजित किया गया इस कार्यक्रम में ज़िला बाल संरक्षण अधिकारी श्री मनोज जायसवाल, अध्यक्ष और ओड़गी सरपंच श्रीमती गौरी सिंह, यूनिसेफ़ के ज़िला समन्वयक श्री प्रथमेश मानेकर, काउन्सेलर श्री जैनेन्द्र दूबे, चाइल्ड लाइन टीम, प्राचार्य रंजीत सातपुते शासकीय महाविद्यालय, प्राचार्य प्रदीप सिंग शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ओड़गी, अन्य शिक्षक और शिक्षिकायें महाविद्यालय और विद्यालय के समस्त छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।

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