बस स्टैंड क्षेत्र में गंदा पानी बहता सड़क पर — ‘स्वच्छता अभियान’ का बन रहा मज़ाक,
जगह-जगह गंदगी नाली के दुर्गंध से लोगों का जीना मुहाल
सूरजपुर। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत भारत को स्वच्छ और खुले में शौच मुक्त (ODF) बनाने की मुहिम को जहां सरकार हर मंच से बढ़ावा दे रही है, वहीं जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां करती है। प्रतापपुर नगर पंचायत के बस स्टैंड वार्ड चार सड़क किनारे तथा नगर पंचायत के कई जगहों पर जगह-जगह रोड किनारे नाली की बदहाली देखी जा सकती है। कहीं नाली की ढक्कन फूटी है कहीं नाली का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है। जहां इस भीषण गर्मी में कई तरह का बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। जो नगर का सबसे प्रमुख और व्यस्ततम क्षेत्र बस स्टैंड में आता है, वहां की हालत इन दावों की पोल खोल रही है।
इस क्षेत्र की मुख्य नाली वर्षों से साफ नहीं हुई है। अब नाली का पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर बहने लगा है, जिससे हर समय कीचड़, गंदगी और बदबू बनी रहती है। स्थानीय दुकानदारों, व्यवसायियों और आवासीय लोगों को दिन-रात इस गंदगी से जूझना पड़ रहा है।
नगर पंचायत प्रशासन की घोर लापरवाही के चलते अब यह क्षेत्र संक्रमण और बीमारियों की चपेट में आने के कगार पर है। वार्डवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार शिकायतें कीं, परंतु कोई भी अधिकारी या सफाई कर्मचारी मौके पर नहीं आया।
स्थानीय निवासी बताते हैं,
“सिर्फ त्यौहारों या VIP विज़िट के समय झाड़ू लगती है, लेकिन असली समस्याओं की कोई सुनवाई नहीं होती। हमारी गली और नाली की दशा देखकर अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि ODF का दर्जा केवल दिखावे के लिए मिला है।”
सबसे चिंताजनक बात यह है कि नगर को “ODF घोषित कर दिया गया है। ODF टीम नियमित रूप से निरीक्षण के नाम पर आती है, कुछ तस्वीरें खींचती है, दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर करवाती है और बिना वास्तविक निरीक्षण के चली जाती है।
गलियों में नालियों की सफाई पूरी तरह ठप है, कई स्थानों पर नालियां टूटी पड़ी हैं या कचरे से अटी हुई हैं। इस गंदगी से न केवल आमजन त्रस्त हैं, बल्कि बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है। मच्छरों और दुर्गंध की वजह से बुखार, डेंगू व त्वचा संबंधी रोग फैलने की आशंका बनी हुई है।
इस विषय में नगर पंचायत सीएमओ यूसीफ्रिया एक्का ने कहा कि कहां-कहां सफाई नहीं हुई है जानकारी लेती हूं। तथा समस्या को दूर कराई जाएगी।