कोरिया। पुलिस अधीक्षक कोरिया रवि कुमार कुर्रे के मार्गदर्शन में शुक्रवार, दिनांक 20/06/2025 को प्रातः 10:00 बजे से रक्षित केंद्र बैकुंठपुर परिसर में “मेगा स्वास्थ्य परीक्षण शिविर” का सफल आयोजन किया गया। यह शिविर पुलिस कर्मियों एवं उनके परिवारजनों के स्वास्थ्य संरक्षण एवं समग्र कल्याण को समर्पित एक उत्कृष्ट प्रयास रहा, जिसका उद्देश्य कर्मठ पुलिस बल को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और आवश्यक चिकित्सा सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराना था।
इस शिविर में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समस्त स्टॉफ, उप पुलिस अधीक्षक श्यामलाल मधुकर, रक्षित निरीक्षक नितीश आर. नायर, विपुल आनंद जांगड़े सहित जिले के समस्त थाना एवं चौकी प्रभारी, यातायात शाखा एवं पुलिस लाइन के अधिकारी-कर्मचारी सपरिवार सम्मिलित हुए। कुल 236 लोगों ने शिविर में भाग लिया, जिनमें 144 पुलिस जवान एवं 92 पुलिस परिवार के सदस्य सम्मिलित रहे।
शिविर में विभिन्न चिकित्सा सेवाओं की सुविधा उपलब्ध कराई गई, जिसमें ब्लड टेस्ट (50), आंखों की जांच (46), शुगर टेस्ट (96), बीपी टेस्ट (134) लोगों की, की गई। साथ ही 60 पुलिस परिवारों का आयुष्मान कार्ड भी बनाया गया। शिविर में डॉ. ए.के. करण (हड्डी रोग विशेषज्ञ), डॉ. पल्लवी पैकरा (शिशु रोग विशेषज्ञ), डॉ. आकांक्षा एवं डॉ. श्रीनाथ पैकरा (चिकित्सा अधिकारी) जैसे अनुभवी चिकित्सकों ने स्वास्थ्य जांच सेवाएं प्रदान कीं। इनके साथ ही लैब टेक्नीशियन सुश्री कल्पना सैम्यूल एवं सुश्री रजंती, स्टाफ नर्स सुमित जायसवाल, फार्मासिस्ट हर्ष जायसवाल तथा डेटा एंट्री ऑपरेटर रामबदन कुजूर एवं धीरेन्द्र कुमार भारती की सक्रिय भागीदारी रही। श्रीमती वंदना सिंह, स्टोर प्रभारी, जिला चिकित्सालय बैकुंठपुर द्वारा समस्त आवश्यक औषधियाँ निःशुल्क उपलब्ध कराई गईं, जिससे शिविर में आए सभी लोगों को आवश्यकतानुसार दवाई वितरण भी किया गया।
स्वास्थ्य परीक्षण के साथ-साथ उपस्थितजनों को पुलिस अधीक्षक कोरिया द्वारा नशा मुक्ति अभियान, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता, तथा आयुष्मान भारत योजना के लाभ संबंधी विस्तृत जानकारी भी दी गई। इस अवसर पर उपस्थित विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान के माध्यम से बताया गया कि नियमित जांच, संतुलित खानपान और अनुशासित जीवनशैली से अनेक बीमारियों से बचाव संभव है। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक कोरिया ने शिविर की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि “पुलिस बल का स्वास्थ्य ही उसकी सबसे बड़ी पूंजी है। यह शिविर एक छोटा प्रयास है जो आने वाले समय में और विस्तारित स्वरूप में पुनः आयोजित किया जाएगा।” उन्होंने चिकित्सा दल एवं समस्त सहयोगी संस्थाओं का आभार प्रकट किया और पुलिस परिवारों को आश्वस्त किया कि उनके स्वास्थ्य और कल्याण हेतु भविष्य में भी ऐसे आयोजनों की निरंतरता बनी रहेगी।
इस सराहनीय पहल ने न केवल पुलिस कर्मियों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराईं, बल्कि उनके परिवारजनों को भी राज्य की प्रमुख स्वास्थ्य योजनाओं से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई। कोरिया पुलिस का यह मानवीय दृष्टिकोण उनकी सेवा भावना और सामाजिक उत्तरदायित्व का जीवंत प्रमाण है। यह शिविर निःसंदेह जिले में पुलिस–जन सहभागिता का प्रेरक उदाहरण बनकर सामने आया है।